उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक बड़ा अभियान शुरू करने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त से पहले सभी किसानों को फार्मर रजिस्ट्रेशन पूरा करना जरूरी होगा। जिन किसानों ने अभी तक फार्मर रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उन्हें इस अभियान में शामिल होना चाहिए। सरकार का लक्ष्य है कि किसी भी पात्र किसान को योजना के लाभ से वंचित न रहना पड़े। यह अभियान पूरे राज्य में चलाया जाएगा ताकि किसानों की पहचान और उनकी जमीन का सत्यापन आसानी से हो सके।
यूपी में शुरू हुआ विशेष अभियान – हर जिले में चलेगा फार्मर रजिस्ट्रेशन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी सरकार ने 16 सितंबर से पूरे राज्य में फार्मर रजिस्ट्रेशन अभियान शुरू किया है। जिलाधिकारियों को रोजाना प्रगति रिपोर्ट देने और किसानों के पंजीकरण की निगरानी करने के आदेश दिए गए हैं। इस बार सरकार चाहती है कि पीएम किसान की 21वीं किस्त से पहले सभी पात्र किसानों का फार्मर रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाए। हर जिले में कृषि विभाग की टीमें गांव-गांव जाकर किसानों को फार्मर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया समझा रही हैं और उन्हें आवेदन में सहायता भी कर रही हैं।
क्यों जरूरी है फार्मर रजिस्ट्रेशन – जानिए इसका फायदा
फार्मर रजिस्ट्रेशन कराने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि किसानों को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ सीधा उनके बैंक खाते में मिलता है। जिन किसानों ने फार्मर रजिस्ट्रेशन कराया है, उन्हें पीएम किसान, फसल बीमा योजना, खाद्य सुरक्षा योजना और कृषि यंत्र सब्सिडी जैसी योजनाओं का लाभ मिलता है। यह रजिस्ट्री किसानों की सही पहचान और भूमि रिकॉर्ड से जोड़ती है, जिससे धोखाधड़ी या दोहरी एंट्री की संभावना खत्म होती है। इसलिए हर किसान को अपना फार्मर रजिस्ट्रेशन जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए।
इन जिलों ने किया शानदार प्रदर्शन – फार्मर रजिस्ट्रेशन में आगे
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बिजनौर जिले ने अब तक 58% किसानों का फार्मर रजिस्ट्रेशन पूरा किया है। इसके बाद हरदोई, श्रावस्ती, पीलीभीत और रामपुर जैसे जिले टॉप पर हैं। वहीं अमरोहा, आज़मगढ़, बलरामपुर, एटा और जौनपुर जिलों में वेरिफिकेशन कार्य लगभग 100% पूरा हो चुका है। सरकार अब उन जिलों पर ध्यान दे रही है जहां फार्मर रजिस्ट्रेशन की गति धीमी है। इस दिशा में जिलाधिकारियों को अतिरिक्त प्रयास करने और जागरूकता अभियान चलाने के आदेश दिए गए हैं।
फार्मर रजिस्ट्रेशन न कराने पर रुक सकती है 21वीं किस्त
अगर आपने अभी तक फार्मर रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, तो पीएम किसान की 21वीं किस्त आपके खाते में नहीं आ पाएगी। केंद्र सरकार ने साफ कहा है कि केवल उन्हीं किसानों को भुगतान मिलेगा जिनका फार्मर रजिस्ट्रेशन और भूमि सत्यापन पूरा हो चुका है। जिन किसानों ने यह प्रक्रिया अधूरी छोड़ी है, उनका भुगतान रोक दिया जाएगा। इसलिए किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि वे नजदीकी CSC केंद्र या कृषि कार्यालय जाकर जल्द से जल्द फार्मर रजिस्ट्रेशन कराएं।
ऑनलाइन फार्मर रजिस्ट्रेशन करने का तरीका
किसान अब घर बैठे भी फार्मर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें upfr.agristack.gov.in
वेबसाइट पर जाना होगा। यहां “फार्मर रजिस्ट्रेशन” विकल्प पर क्लिक करके अपनी जानकारी जैसे आधार नंबर, बैंक अकाउंट, भूमि विवरण और मोबाइल नंबर दर्ज करें। सभी जानकारी सही भरने पर फार्मर रजिस्ट्रेशन सफलतापूर्वक पूरा हो जाएगा। आवेदन के बाद किसान अपने रजिस्ट्रेशन की स्थिति भी वेबसाइट पर देख सकते हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह निशुल्क है और कुछ ही मिनटों में पूरी की जा सकती है।
सरकार का लक्ष्य – हर पात्र किसान तक पहुंचे योजना का लाभ
यूपी सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश का कोई भी पात्र किसान फार्मर रजिस्ट्रेशन से वंचित न रहे। इस अभियान के माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि सभी किसानों की जानकारी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर दर्ज हो। जिलाधिकारियों को गांव-गांव जाकर फार्मर रजिस्ट्रेशन पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। आगामी महीनों में पीएम किसान योजना की अगली किस्त जारी होगी, और तभी उन किसानों को पैसा मिलेगा जिनका फार्मर रजिस्ट्रेशन पूरा हो चुका है। इसलिए यह अभियान किसानों के लिए बेहद जरूरी और फायदेमंद साबित होगा।











