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स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी योजना 2025

Published On: 11.10.2025
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सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने और खेती में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है – स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी योजना। इस योजना के तहत किसानों को प्रति हेक्टेयर लगभग ₹3 लाख तक की आर्थिक सहायता दी जा रही है। यह योजना विशेष रूप से उन किसानों के लिए लाभकारी है जो परंपरागत फसलों से हटकर कुछ नया और लाभदायक करना चाहते हैं। स्ट्रॉबेरी एक उच्च मूल्य वाली नकदी फसल है, जिसकी मांग देश और विदेश दोनों जगह बनी हुई है।

स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी न केवल उत्पादन लागत को कम करती है बल्कि किसानों को आधुनिक खेती तकनीक अपनाने में भी सहायता देती है। सरकार का उद्देश्य है कि कम रकबे में अधिक मुनाफा कमाया जाए, और इसके लिए स्ट्रॉबेरी आदर्श फसल मानी जा रही है। जो किसान समय रहते इस योजना में शामिल होते हैं, वे निश्चित रूप से आर्थिक रूप से सशक्त हो सकते हैं।

पात्रता और चयन प्रक्रिया: कौन उठा सकता है लाभ?

स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए किसानों को कुछ पात्रता मानदंड पूरे करने होंगे। सबसे पहले, किसान बिहार राज्य के 12 चिन्हित जिलों में से किसी एक का निवासी होना चाहिए, जैसे गया, पटना, भागलपुर, नालंदा आदि। दूसरा, खेती के लिए न्यूनतम रकबा 0.25 एकड़ होना अनिवार्य है, जबकि अधिकतम सीमा 5 एकड़ तक निर्धारित की गई है। यह योजना व्यक्तिगत किसानों, महिला किसानों और सामूहिक किसान समूहों के लिए भी खुली है।

चयन प्रक्रिया पारदर्शी है और सरकार द्वारा निर्धारित ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से की जाती है। इसमें स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी के लिए किसानों को ज़रूरी दस्तावेज़, जैसे भूमि स्वामित्व प्रमाण, आधार कार्ड, बैंक पासबुक आदि, अपलोड करने होते हैं। साथ ही यह योजना अनुसूचित जाति, जनजाति और महिलाओं को प्राथमिकता देकर समावेशी विकास को भी बढ़ावा देती है।

कितनी और किस चीज पर मिलेगी सब्सिडी?

सरकार की यह योजना सिर्फ खेती तक सीमित नहीं है, बल्कि पैकेजिंग और विपणन तक में सहायता प्रदान करती है। स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी के अंतर्गत किसानों को प्रति हेक्टेयर ₹3,02,400 तक की सहायता दी जाती है। इसके अलावा स्ट्रॉबेरी की पैकेजिंग में उपयोग होने वाली सामग्री जैसे कुट डिब्बे और प्लास्टिक डिब्बों पर भी 40% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है।

मसलन, अगर एक कुट डिब्बे की कीमत ₹14.50 है, तो उस पर ₹5.80 की सब्सिडी सीधे किसान के खाते में भेजी जाएगी। इसी प्रकार प्लास्टिक डिब्बे पर भी लागत में कटौती सुनिश्चित की गई है। इसका उद्देश्य यह है कि किसान न केवल अच्छा उत्पादन करें, बल्कि उसे ठीक ढंग से बाजार तक पहुंचा सकें। इस तरह, स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी उन्हें पूरी श्रृंखला में सहयोग देती है – बीज से बाजार तक।

आवेदन प्रक्रिया: कैसे करें ऑनलाइन अप्लाई?

अगर आप किसान हैं और इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा। स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी के लिए आवेदन की प्रक्रिया सरल और डिजिटल है। सबसे पहले, किसान को बिहार सरकार के आधिकारिक कृषि पोर्टल पर जाना होगा, जहां योजना से संबंधित पूरा विवरण और फॉर्म उपलब्ध है।

आवेदन करते समय आवश्यक दस्तावेज जैसे भूमि रसीद, खाता संख्या, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो और अन्य प्रमाण पत्रों को स्कैन करके अपलोड करना होता है। इसके बाद, आपके आवेदन की समीक्षा की जाएगी और स्वीकृति के बाद सब्सिडी की राशि सीधे DBT माध्यम से आपके खाते में स्थानांतरित कर दी जाएगी। स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी योजना को पारदर्शी और सरल बनाने के लिए पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन रखा गया है ताकि कोई भी किसान आसानी से इसका लाभ ले सके।

स्ट्रॉबेरी की खेती क्यों है फायदेमंद?

स्ट्रॉबेरी न केवल स्वादिष्ट फल है, बल्कि एक लाभकारी व्यवसाय भी है। भारत में इस फसल की मांग दिनों-दिन बढ़ रही है, खासकर होटल, केक इंडस्ट्री, आइसक्रीम और मिठाई उद्योग में। यही कारण है कि स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी जैसी योजनाएं किसानों को प्रोत्साहित कर रही हैं। स्ट्रॉबेरी की फसल 3 से 4 महीने में तैयार हो जाती है और प्रति एकड़ लाखों का मुनाफा देती है।

कम पानी की आवश्यकता, सीमित कीटनाशकों का उपयोग और उच्च बाजार मूल्य इसे अन्य फसलों की तुलना में अधिक आकर्षक बनाते हैं। यही वजह है कि स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है। इससे वे पारंपरिक खेती से हटकर आधुनिक और मुनाफे वाली खेती की ओर बढ़ सकते हैं। बिहार जैसे राज्य जहां विविध जलवायु पाई जाती है, वहां स्ट्रॉबेरी की खेती बहुत सफल हो सकती है।

निष्कर्ष: अब बढ़ाइए आय, सरकार है साथ

आज जब किसान पारंपरिक खेती में कम आय से जूझ रहे हैं, तो ऐसे में स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी योजना एक नई उम्मीद बनकर आई है। यह योजना न केवल किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाती है, बल्कि उन्हें नई तकनीकों और बाजार से जोड़ती है। सरकार का यह कदम वास्तव में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है।

यदि आप किसान हैं और कुछ नया करने का सपना देखते हैं, तो यह योजना आपके लिए है। अभी आवेदन करें, और स्ट्रॉबेरी की खेती पर सब्सिडी का लाभ उठाकर अपनी खेती को एक नई ऊंचाई पर ले जाएं। समय पर उठाया गया यह कदम भविष्य में आपके परिवार के लिए स्थायी आय का स्रोत बन सकता है।

amitchauhan

I am a skilled dialysis technician with hands-on healthcare experience. Now, I pursue blogging to share knowledge, inspire readers, and explore new opportunities beyond medical practice.

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