PM Kisan Samman Nidhi Yojana के तहत देश के करोड़ों किसानों को हर साल ₹6000 की सहायता दी जाती है। लेकिन अब किसानों की यह मांग तेजी से उठ रही है कि पीएम किसान योजना की राशि में बढ़ोतरी की जाए। उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश और राजस्थान के किसानों का कहना है कि खेती की लागत कई गुना बढ़ चुकी है। खाद, बीज, डीजल और मजदूरी के दाम बढ़ने के बावजूद किसान सम्मान निधि किस्त राशि पिछले कई सालों से ₹2000 प्रति तिमाही ही मिल रही है। किसानों का कहना है कि यदि सरकार इसे ₹10000 सालाना कर दे तो बहुत राहत मिलेगी
यूपी के किसानों ने पीएम मोदी से की खास डिमांड
PM Kisan Samman Nidhi News Uttar Pradesh के अनुसार, महराजगंज जिले के किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खास डिमांड की है। किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार की यह योजना बहुत लाभदायक है, लेकिन अब समय आ गया है कि किसानों की आर्थिक मदद बढ़ाई जाए। रामपुर बल्डीहा, मटकोपा और आसपास के गांवों के किसानों ने कहा कि वे इस योजना के लिए मोदी सरकार का धन्यवाद करते हैं, लेकिन ₹6000 की राशि अब बहुत कम लगती है। किसान कहते हैं कि “खेती में लागत बढ़ रही है, सरकार को इस मदद को बढ़ाना चाहिए।”
बढ़ती महंगाई में किसानों का बजट हुआ कमजोर
किसानों का कहना है कि 2019 से अब तक PM Kisan Samman Nidhi Yojana की राशि में कोई बदलाव नहीं हुआ है। जबकि पेट्रोल, डीजल, बीज, कीटनाशक और बिजली के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। किसान रामहर्ष सिंह ने बताया कि पहले ₹2000 की किस्त से वे बीज और खाद खरीद लेते थे, लेकिन अब यह रकम आधी जरूरत भी पूरी नहीं करती। किसानों का सुझाव है कि सरकार को किसान सम्मान निधि को महंगाई दर के अनुसार बढ़ाना चाहिए ताकि छोटे और सीमांत किसान भी राहत महसूस करें।
किसानों की राय — “योजना अच्छी है, लेकिन सुधार जरूरी”
किसानों ने बताया कि PM Kisan Portal पर कई बार फॉर्म वेरिफिकेशन या आधार लिंकिंग में समस्याएं आती हैं। लोकल अधिकारियों की लापरवाही के कारण कई किसानों की किस्तें अटक जाती हैं। किसान ब्रह्मानंद रेड्डी ने कहा, “हम समय पर कागज जमा करते हैं, लेकिन कभी बैंक अकाउंट लिंक न होने तो कभी आधार त्रुटि की वजह से भुगतान रुक जाता है।” किसानों का सुझाव है कि PM Kisan Portal 2025 Update में किसान के मोबाइल नंबर पर एक ऑटो अलर्ट सिस्टम जोड़ा जाए ताकि किसान को तुरंत पता चल सके कि उसकी किस्त क्यों रुकी।
पंचायत और ग्राम स्तर पर जागरूकता की कमी
ग्राम प्रधान राजाराम गुप्ता के अनुसार, कई बार किसान खुद ही अपने दस्तावेज अधूरे देते हैं या रजिस्ट्रेशन नहीं कराते। ऐसे में किसान सम्मान निधि लाभार्थी सूची में उनका नाम नहीं आता। प्रधान कहते हैं कि सरकार द्वारा PM Kisan Helpline Number जारी किया गया है, लेकिन बहुत से किसान इसे जानते ही नहीं। अगर पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाए, तो हर पात्र किसान को योजना का लाभ मिल सकता है। उन्होंने कहा कि किसान योजना 2025 के तहत सरकार को पंचायत सचिवों और कृषि अधिकारियों को जवाबदेह बनाना चाहिए
किसान पोर्टल अपडेट — अब घर बैठे कर सकेंगे सारी प्रक्रिया
PM Kisan Portal 2025 Update के तहत अब किसान घर बैठे ही आवेदन, स्थिति जांच और शिकायत दर्ज कर सकते हैं। पोर्टल पर नई सुविधा जोड़ी गई है, जिससे किसान अपने PM Kisan Status Check और Payment History देख सकते हैं। जो किसान ई-केवाईसी नहीं करा पाए थे, वे अब अपने मोबाइल से यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। इससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी।
किसानों की उम्मीद — जल्द जारी हो 21वीं किस्त
किसानों की निगाहें अब PM Kisan 21वीं किस्त 2025 पर टिकी हैं। केंद्र सरकार हर चार महीने में ₹2000 की किस्त भेजती है। किसान चाहते हैं कि यह किस्त दीपावली से पहले उनके खातों में आ जाए। कृषि विभाग के अधिकारी भी लगातार अपडेट दे रहे हैं कि पात्र किसानों की लिस्ट तैयार हो चुकी है और राशि ट्रांसफर की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।
किसानों का संदेश — “मोदी सरकार से बढ़ी उम्मीदें”
अंत में, किसानों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसानों के लिए कई योजनाएं आईं — जैसे PM Fasal Bima Yojana, PM Kisan Samman Nidhi, Soil Health Card, और PM Krishi Sinchai Yojana। लेकिन अब जरूरत है कि इन योजनाओं को और मजबूत किया जाए। किसान चाहते हैं कि मोदी सरकार उनकी आमदनी दोगुनी करने के लक्ष्य को आगे बढ़ाए और PM Kisan Samman Nidhi की राशि को बढ़ाकर ₹10,000 सालाना करे।
निष्कर्ष
PM Kisan Samman Nidhi Yojana 2025 किसानों के लिए अब भी सबसे लोकप्रिय योजना है। इसने लाखों किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार किया है। हालांकि, बढ़ती महंगाई के बीच किसानों की यह मांग जायज़ है कि राशि में संशोधन किया जाए। अगर सरकार इस पर कदम उठाती है तो निश्चित रूप से किसानों के चेहरे पर मुस्कान और बढ़ जाएगी।











