भारत सरकार ने देश के पारंपरिक कारीगरों और मजदूरों के लिए PM Vishwakarma Yojana की शुरुआत की थी।
आज भी हमारे गांवों और कस्बों में ऐसे लाखों लोग हैं जो अपने हाथों के हुनर से जीवनयापन करते हैं — कोई बढ़ई है, कोई सुनार, कोई लोहार या दर्जी।
बढ़ती मशीनों और फैक्ट्रियों की वजह से इन लोगों की आमदनी पर असर पड़ा है।
इसी स्थिति को सुधारने के लिए प्रधानमंत्री ने यह योजना शुरू की।
इस योजना से कारीगरों को आर्थिक मदद, प्रशिक्षण, टूलकिट और सरकारी पहचान पत्र मिलता है, जिससे वे अपने काम को आधुनिक तरीके से आगे बढ़ा सकते हैं।
योजना का मुख्य उद्देश्य
PM Vishwakarma Yojana का मकसद सिर्फ आर्थिक सहायता देना नहीं है, बल्कि पारंपरिक कारीगरी को फिर से सम्मान दिलाना है।
सरकार चाहती है कि जो लोग वर्षों से अपने हाथों से कला और मेहनत का काम करते हैं, उन्हें आधुनिक तकनीक और मार्केट की समझ भी मिले।
इस योजना के तहत कारीगरों को प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि वे अपने उत्पादों को और बेहतर बना सकें और आज के दौर की मांग के अनुसार काम कर सकें।
सरकार का मानना है कि अगर इन पारंपरिक पेशों को मजबूती मिलेगी तो “Vocal for Local” का सपना भी साकार होगा।
कितना मिलेगा फायदा — ₹3 लाख तक का लोन
अगर आपने PM Vishwakarma Yojana Registration करा लिया है, तो आपको सरकार की ओर से दो चरणों में लोन मिलता है।
पहले चरण में ₹1 लाख तक और दूसरे चरण में ₹2 लाख तक।
सबसे खास बात यह है कि इस लोन पर सिर्फ 5% ब्याज देना होता है, जो आम बैंकों की तुलना में बहुत कम है।
इतना ही नहीं, सरकार ₹15,000 तक की टूलकिट सहायता और ₹500 प्रतिदिन का प्रशिक्षण भत्ता (स्टाइपेंड) भी देती है।
यह पैसा कारीगरों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है, क्योंकि इससे वे अपने काम में नई शुरुआत कर सकते हैं।
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
अगर आप जानना चाहते हैं कि PM Vishwakarma Yojana eligibility details क्या हैं, तो बताना जरूरी है कि यह योजना 18 पारंपरिक कामों से जुड़े लोगों के लिए है।
इसमें बढ़ई, सुनार, लोहार, दर्जी, मूर्तिकार, धोबी, नाई, मोची, राजमिस्त्री, मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले, खिलौना बनाने वाले, टोकरी या चटाई बनाने वाले जैसे लोग शामिल हैं।
आवेदक की उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए और वह किसी सरकारी नौकरी या बड़ी व्यवसायिक योजना से जुड़ा न हो।
अगर आप अपने हुनर से रोजगार चला रहे हैं, तो आप इस योजना के योग्य हैं।
PM Vishwakarma Yojana Registration कैसे करें
अगर आप इस योजना में आवेदन करना चाहते हैं, तो आपके पास दो विकल्प हैं —
ऑफलाइन और ऑनलाइन।
ऑफलाइन के लिए अपने नजदीकी CSC सेंटर या बैंक शाखा में जाएं और वहां आवश्यक दस्तावेज (आधार कार्ड, बैंक पासबुक, व्यवसाय का प्रमाण) के साथ आवेदन करें।
ऑनलाइन आवेदन के लिए pmvishwakarma.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
वहां “Apply Now” पर क्लिक करें और अपनी जानकारी भरें।
OTP वेरिफिकेशन के बाद आपका PM Vishwakarma Yojana Registration पूरा हो जाएगा।
इसके बाद आपको डिजिटल ID और सर्टिफिकेट मिलेगा।
How to apply for PM Vishwakarma Yojana (स्टेप बाय स्टेप प्रक्रिया)
1️⃣ वेबसाइट pmvishwakarma.gov.in पर जाएं।
2️⃣ “Register/Login” पर क्लिक करें।
3️⃣ आधार और मोबाइल नंबर से OTP वेरिफिकेशन करें।
4️⃣ अपने पेशे का विवरण, बैंक डिटेल्स और दस्तावेज अपलोड करें।
5️⃣ फॉर्म भरकर सबमिट करें और रसीद डाउनलोड करें।
6️⃣ आवेदन के बाद आपको प्रशिक्षण की तारीख और टूलकिट की जानकारी दी जाएगी।
इस पूरी प्रक्रिया में किसी एजेंट या दलाल की जरूरत नहीं है — सब कुछ सरकार के आधिकारिक पोर्टल से सीधे किया जा सकता है।
प्रशिक्षण और टूलकिट का महत्व
PM Vishwakarma Yojana के तहत सिर्फ पैसा ही नहीं, बल्कि सही दिशा भी दी जाती है।
कारीगरों को सरकारी मान्यता प्राप्त संस्थानों से प्रशिक्षण दिलाया जाता है, ताकि वे नई तकनीक, डिज़ाइन और मार्केटिंग के तरीके सीख सकें।
ट्रेनिंग पूरी करने पर ₹500 प्रति दिन का स्टाइपेंड और ₹15,000 की टूलकिट सहायता दी जाती है।
यह टूलकिट उन्हें अपने पेशे को और बेहतर तरीके से शुरू करने में मदद करती है।
सरकार का मानना है कि जब कारीगर आत्मनिर्भर होंगे, तभी देश सशक्त होगा।
योजना से मिलने वाले अन्य लाभ
इस योजना के माध्यम से सरकार कारीगरों को डिजिटल पहचान पत्र, प्रमाणपत्र, और मार्केटिंग सहायता भी देती है।
कारीगरों के बनाए उत्पादों को सरकारी मेले, ऑनलाइन पोर्टल और MSME एक्सपो में प्रदर्शित करने के अवसर मिलते हैं।
इसके अलावा, सरकार समय-समय पर बैंकिंग और ऋण से जुड़ी कार्यशालाएँ भी आयोजित करती है ताकि कारीगरों को वित्तीय साक्षरता मिल सके।
PM Vishwakarma Yojana न सिर्फ आर्थिक मदद देती है, बल्कि कारीगरों को सामाजिक सम्मान भी लौटाती है।
निष्कर्ष: हुनर से आत्मनिर्भरता की राह
आज के समय में जब नौकरी की कमी और मशीनों का बोलबाला है, तब PM Vishwakarma Yojana कारीगरों के लिए उम्मीद की नई किरण बनकर आई है।
यह योजना हर उस व्यक्ति के लिए है जो अपने हुनर पर भरोसा करता है।
अगर आप भी पारंपरिक काम करते हैं, तो अब समय है कि आप इसका हिस्सा बनें।
बस एक बार PM Vishwakarma Yojana Registration करा लीजिए और अपने हुनर को नई पहचान दीजिए।
सरकार की यह पहल न सिर्फ रोजगार दे रही है, बल्कि लोगों को आत्मनिर्भर बना रही है — “हुनर से सम्मान तक की यात्रा” यही इसका असली उद्देश्य है।











