भारत में हर वेतन आयोग (Pay Commission) का सरकारी कर्मचारियों पर सीधा असर पड़ता है। अब चर्चा 8th Pay Commission (8वां वेतन आयोग) की चल रही है। लाखों सरकारी कर्मचारी यह जानना चाहते हैं कि 8th Pay Commission लागू होने के बाद किसकी सैलरी सबसे ज्यादा बढ़ेगी। विशेषज्ञों के अनुसार इस बार भी फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) अहम भूमिका निभाएगा। यही फैक्टर तय करता है कि न्यूनतम और अधिकतम बेसिक पे (Basic Pay) कितना बढ़ेगा।
7वें वेतन आयोग (7th CPC) में न्यूनतम बेसिक पे 18,000 रुपये तय किया गया था, जबकि अनुमान है कि 8वें वेतन आयोग में यह बढ़कर 41,000 से 51,480 रुपये तक हो सकता है। इसका सबसे बड़ा फायदा निचले ग्रेड के कर्मचारियों को मिलेगा क्योंकि उनकी सैलरी में प्रतिशत के हिसाब से सबसे ज्यादा बढ़ोतरी होगी। आइए विस्तार से जानते हैं—कौन से कर्मचारी, किस लेवल पर और कितनी सैलरी वृद्धि की उम्मीद कर सकते हैं।
1. 8th Pay Commission क्या है?
8th Pay Commission भारत सरकार द्वारा गठित वह आयोग है जो सरकारी कर्मचारियों, रक्षा बलों और पेंशनधारकों की सैलरी और भत्तों की समीक्षा करता है। हर 10 साल में नया वेतन आयोग गठित किया जाता है। पिछला आयोग यानी 7वां वेतन आयोग (2016) में लागू हुआ था। ऐसे में अनुमान है कि 8वां वेतन आयोग 2026 से लागू हो सकता है।
2. फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) क्या होता है?
फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) वह संख्या होती है जिससे पुराने बेसिक पे को गुणा करके नया बेसिक पे तय किया जाता है।
- 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 रखा गया था।
- 8वें वेतन आयोग में इसे 2.86 से 3.00 तक करने की चर्चा है।
उदाहरण:
यदि किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 है और फिटमेंट फैक्टर 2.86 होता है तो नई बेसिक सैलरी = 18,000 × 2.86 = 51,480 रुपये होगी।
3. 8वें वेतन आयोग में संभावित बदलाव:
- न्यूनतम बेसिक पे: 18,000 → 41,000–51,480 रुपये
- महंगाई भत्ता (DA): स्वचालित रूप से बढ़ेगा
- एचआरए (HRA): बड़े शहरों के कर्मचारियों को बड़ा फायदा
- पेंशनभोगी (Pensioners): उनकी बेसिक पेंशन भी नए फिटमेंट फैक्टर पर तय होगी
4. किन कर्मचारियों को सबसे ज्यादा फायदा होगा?
विशेषज्ञों के अनुसार, निचले ग्रेड (Pay Level 1 से 5) वाले कर्मचारियों को सबसे ज्यादा फायदा होगा। क्योंकि उनकी सैलरी का आधार कम है और प्रतिशत के हिसाब से उनकी सैलरी तेजी से बढ़ेगी।
5. Pay Level 1 से 5 तक का अनुमानित वेतन:
| पे लेवल | वर्तमान बेसिक सैलरी (7th CPC) | अनुमानित नई सैलरी (8th CPC) | पद उदाहरण |
|---|---|---|---|
| Level 1 | ₹18,000 | ₹41,000 – ₹51,480 | MTS, चपरासी, चौकीदार |
| Level 2 | ₹19,900 | ₹45,000 – ₹55,000 | क्लर्क, स्टोरकीपर |
| Level 3 | ₹21,700 | ₹48,000 – ₹58,000 | कांस्टेबल, जूनियर टेक्निशियन |
| Level 4 | ₹25,500 | ₹55,000 – ₹65,000 | LDC, स्टेनोग्राफर |
| Level 5 | ₹29,200 | ₹62,000 – ₹72,000 | वरिष्ठ क्लर्क, पंचायत सचिव |
6. उच्च ग्रेड कर्मचारियों की सैलरी वृद्धि:
उच्च ग्रेड (Level 10 और उससे ऊपर) के अधिकारियों की सैलरी भी बढ़ेगी, लेकिन प्रतिशत के लिहाज से कम होगी। उदाहरण के लिए, एक IAS अधिकारी की सैलरी पहले से ही ₹56,100 है, जो 8वें वेतन आयोग में बढ़कर करीब ₹1.25 लाख तक हो सकती है।
7. मीडिया रिपोर्ट्स और विशेषज्ञों की राय:
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Hindustan Times और अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार जल्द ही इस पर समिति गठित कर सकती है।
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वित्त विशेषज्ञों का कहना है कि महंगाई को देखते हुए न्यूनतम सैलरी में बड़ा इजाफा होना तय है।
8. 8th Pay Commission से जुड़े सवाल-जवाब (FAQ)?
Q. 8वां वेतन आयोग कब लागू होगा?
👉 अनुमान है कि यह 2026 से लागू हो सकता है।
Q. इसका सबसे ज्यादा फायदा किसे मिलेगा?
👉 निचले ग्रेड के कर्मचारी (Pay Level 1 से 5)।
Q. क्या पेंशनभोगियों को भी लाभ मिलेगा?
👉 हां, उनकी बेसिक पेंशन नए फिटमेंट फैक्टर के आधार पर बढ़ेगी।
9. निष्कर्ष:
8th Pay Commission से सबसे ज्यादा फायदा निचले स्तर पर काम करने वाले कर्मचारियों को मिलेगा। उनकी न्यूनतम सैलरी 18,000 रुपये से बढ़कर 41,000–51,480 रुपये तक जा सकती है। वहीं, उच्च ग्रेड कर्मचारियों की भी अच्छी-खासी बढ़ोतरी होगी। कुल मिलाकर, यह आयोग लाखों सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारकों के जीवनस्तर को बेहतर बनाने वाला साबित होगा।










